वफा
जिसने
भी अपनाई
है
यही चोट
उस ने भी खाई
है
मेरे
जख्म खुलने
लगे है अब
चमन
में ये कैसी बहार आई है
खुशी
के एहसास
हवा होगये
गमो
से मेरी यूँ शानासाई
है
तमाशे
अब और क्या देखने
है
क्या
मेरी नजर ही तमाशाई
है
आज
धड़कता
है दिल तेजी से
फिर
बेवजह याद तेरी आई है