tag:blogger.com,1999:blog-2647600368238341963.post6107262903446847766..comments2023-10-08T08:12:01.658-07:00Comments on मरासिम: चाक जिगरhttp://anusamvedna.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/05081586436310937190noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2647600368238341963.post-89031848868588999902014-05-27T07:43:16.203-07:002014-05-27T07:43:16.203-07:00हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि, हर ख़्वाहिश पे दम निकले...हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि, हर ख़्वाहिश पे दम निकले<br />बहुत निकले मेरे अरमान, लेकिन फिर भी कम निकले<br />मुहब्बत में नही है फ़र्क़ जीने और मरने का<br />उसी को देख कर जीते हैं जिस क़ाफ़िर पे दम निकले<br />ख़ुदा के वास्ते पर्दा न काबे का उठा ज़ालिम<br />कहीं ऐसा न हो यां भी वही क़ाफ़िर सनम निकले<br />कहाँ मैख़ाने का दरवाज़ा 'ग़ालिब' और कहाँ वाइज़<br />पर इतना जानते हैं, कल वो जाता था कि हम निकले<br />.............................................. चाचा ग़ालिबmaahttps://www.blogger.com/profile/03957481204250127916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2647600368238341963.post-40756474826767494032014-05-12T02:01:27.475-07:002014-05-12T02:01:27.475-07:00प्रेम और मिलन की आशा में रचित गीत ... भावपूर्ण ......प्रेम और मिलन की आशा में रचित गीत ... भावपूर्ण ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2647600368238341963.post-88046963010665730252014-05-11T22:25:13.722-07:002014-05-11T22:25:13.722-07:00बहुत सुंदर प्रस्तुति ...!
मातृदिवस की हार्दिक शुभ...बहुत सुंदर प्रस्तुति ...! <br />मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।<br /><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2014/05/blog-post.html#links" rel="nofollow"> आम बस तुम आम हो</a><br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com