Tuesday, November 9, 2010

सैलाब अश्को के उमड़ आया तो बुरा मान गए




हाले दिल उनको सुनाया तो बुरा मान गए

जख्मे दिल अपना दिखाया तो बुरा मान गए



हमने बांधे हुए थे अपने जज्बात के तूफान

सैलाब अश्को के उमड़ आया तो बुरा मान गए



जो मोहोब्बत में कभी दी थी निशानी मुझको

उसको दुनिया को दिखाया तो बुरा मान गए



बेवफाई का गिला हमसे था अक्सर तुमको

यही सवाल हमने दोहराया तो बुरा मान गए



मुहब्बत में जो साथ गुजारा था कभी 'अनु'

लम्हा वो याद दिलाया तो बुरा मान गए