तुमसे मेरी जिंदगी के मायने बदल गए
कभी राते गई बदल कभी दिन बदल गए
दिल से तो हर मामला साफ कर के चले
आये जब वो सामने तो हम मचल गए
इक रात के हमसफर नजाने क्या हुए
शब भर थे साथ सुबह किधर निकल गए
रो पडती मेरे अंदर की उदासी भी शायद
इससे पहले अश्क बहे हम सभल गए
ये फजा अदावत की किसे रास है आई
तुम जो मुस्कुराये तो कई दिए जल गए