दिल के रिश्ते जो आजमाए जाते है
गम जिंदगी के फिर रुलाये जाते है
शमा के साथ परवाना भी जलता है
साथ क्या यूँ भी निभाए जाते है
टूट कर बिखरे अरमानो की तरह
बेसबब हम अश्क बहाए जाते है
बुझती ही नहीं इश्क की आग यारा
दिल कुछ इस तरह जलाये जाते है
दिल रोता ही रहा तेरी बेवफाई पर
हम उल्फत में जख्म खाए जाते है
संगदिल है वो मगर रोयेगा जरूर
दर्द मेरे उसको भी तडपाये जाते है
Posted via email from धड़कन
बहुत खूब।
ReplyDeleteसंगदिल है वो मगर रोयेगा जरूर
ReplyDeleteदर्द मेरे उसको भी तडपाये जाते है....
सबसे बेहतरीन और धारदार .....बस अपने ख्यालों को यूँ ही लफ्जों में हर्फ़-दर-हर्फ़ बयान करते रहिये...